19-Jun-2016
स्वास्थ्य

फ्रस्ट एड बाॅक्स रखें हमेशा तैयार (स्वास्थ्य)

जहाँ हम रहते हैं, काम करते हैं, वहाँ फस्र्ट-एड बाॅक्स जरूर होना चाहिए। इसकी जगह फिक्स और इसे हमेशा अपडेट रखना चाहिए क्योंकि प्राथमिक उपचार के लिए ऐसा होना बेहद जरूरी है। फस्र्ट एड बाॅक्स में विभिन्न आकार व प्रकार के बैंडेज, गाॅज पैड्स, कैंची, प्लास्टिक का चिमटा, सामान्य पेनकिलर्स जिन पर एक्सपायरी


19-Jun-2016
व्यवहारिक ज्ञान

कम नहीं है जीवन में पिता का महत्व (व्यवहारिक ज्ञान )

कहते हैं कि मां दुनिया की अनोखी और अद्भुत देन हैं। वह अपने बच्चे को नौ महिने तक अपनी कोख में पाल-पोस कर उसे जन्म देने का नायाब काम करती है। अपना दूध पिलाकर उस नींव को सींचती और संवारती है। जैसा कि मां का स्थान दुनिया सबसे महत्वपूर्ण स्थान है। वैसे भी पिता का स्थान भी बहुत महत्वपूर्ण होता है। भले


18-Jun-2016
सम्पादकीय

तुलसी है विष्णु प्रिया (सम्पादकीय )

भगवान विष्णु की पूजा को तुलसी पत्र के बिना अधूरा माना जाता है. बिना तुलसी के श्री हरि को भोग नहीं लगता. क्या आपने कभी सोचा है कि लक्ष्मीपति के लिए इस पौधे का इतना महत्व क्यों है? प्राचीन काल में जलंधर नाम का राक्षस था. उसने सम्पूर्ण धरती पर उत्पात मचा रखा था. राक्षस की वीरता का राज था उसकी पत्नी


18-Jun-2016
स्वास्थ्य

पानी की अधिकता के कारण भी हो सकती है? - परेशानी (स्वास्थ्य)

जैसे शरीर में पानी की कमी के कारण दिक्कतें होती हैं, क्या उसी प्रकार पानी की अधिकता के कारण भी परेशानी हो सकती है? आम तौर पर इसका जवाब यही मिलता है कि जरूरत से ज्यादा पानी पीने से बार-बार बाथरूम जाने के झंझट के अलावा कोई परेशानी नहीं होती, लेकिन कुछेक स्थितियों में शरीर में अधिक पानी की उपस्थिति


18-Jun-2016
प्रेरक प्रसंग

अग्निदेव भी है दत्तात्रेय के गुरु (प्रेरक प्रसंग)

दत्तात्रेय जी कहते हैं पाँचवा गुरु मैंने अग्नि को बनाया। प्रकृति की हर वस्तु, हर कण अपने भीतर गुण-अवगुण को रखे हुए है। बुद्धिमान वो नहीं जो उनके गुण-अवगुण का ज्ञाता हो अपितु वो मनुष्य बुद्धिमान है जो अपने लिए लाभप्रद सदगुणों को प्राप्त करके दुर्गुणों की तरफ दृष्टि नहीं डालता है। संग्रह अर्थात् प्


18-Jun-2016
लेख

एक व्यक्ति ने संत से पूछा (लेख)

“महाराज ! मैं अपनी बुरी आदतें छुड़ाने के लिए क्या करूँ ?” संत बोले - “बेटा ! मैं तुम्हें इसकी युक्ति तो बाद में बताऊँगा ; क्योंकि अभी तो मुझे तुम्हारा अंत समय निकट दिखाई पड़ता है। तुम्हारे जीवन में मात्र एक माह बचा है।” इतना सुनते ही वह व्यक्ति चिंता में डूब गया और उसने शेष


18-Jun-2016
विचार

क्यों जरूरी हैं सूर्यास्त से पहले भोजन? (विचार )

आयुर्वेदानुसार सूर्यास्त से पूर्व भोजन कर लेना चाहिए। जैन धर्म में तो इस नियम का सबसे ज्यादा महत्व है। हालांकि हिन्दू और जैन धर्म में भोजन करने के कई नियम तय किए गए हैं जैसे कि भोजन के पूर्व पानी पिया तो उत्तम, बीच में पीया तो मध्यम और बाद में पिया तो निम्नतम माना गया है। पूर्व भी लगभग आधा घंटा प


16-Jun-2016
स्वास्थ्य

आखिर क्यों सो जाते हैं हमारे पैर (स्वास्थ्य)

पैर का सोना, हममें से लगभग सभी ने कभी न कभी जरूर अनुभव किया होगा। पैर का सोना बड़ा ही कष्टदायक होता है क्योंकि ऐसे में फिर आपका कहीं मन नहीं लगता। लेकिन क्या आप पैर के सोने के असली कारण के बारे में जानते हैं, अगर नहीं तो यह आर्टिकल आपके लिए मददगार हो सकता है। पैर


16-Jun-2016
स्वास्थ्य

जल ही जीवन है (स्वास्थ्य)

हमारे शरीर का दो-तिहाई अंश पानी होता है। हमारी मांसपेशियों के कुल वजन का 75 प्रतिशत, वसा का 14 प्रतिशत और अस्थियों का 22 प्रतिशत और कुछ नहीं, पानी ही होता है। खून का तो 95 प्रतिशत भाग पानी से ही बना होता है। हमारा शरीर रोज पानी ग्रहण भी करता है, उत्सर्जित भी। हम जो पानी पीते हैं, उसके अलावा विभिन


16-Jun-2016
लेख

पवित्र निर्जला एकादशी (लेख)

ज्येष्ठ मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी को निर्जला एकादशी कहते हैं। इस दिन बिना अन्न-जल ग्रहण किए व्रत करने का विधान है। इस बार यह एकादशी 16 जून गुरुवार को है। निर्जला एकादशी का व्रत विधान इस प्रकार है- निर्जला एकादशी के दिन सुबह जल्दी उठें और नित्य कर्मों से निवृत्त होकर सर्वप्रथम शेषशायी भगवान विष्