24-Apr-2015
अद्यात्म

जय माँ संतोशी (अद्यात्म)

संतोषी माता का महत्व हिंदू धार्मिक मान्यताओं के अनुसार बहुत अधिक हैं। जिनका शुक्रवार का व्रत किया जाता है। संतोषी माता के पिता का नाम गणेश और माता का नाम रिद्धि-सिद्धि है। संतोषी माता के पिता गणेश और माता रिद्धि-सिद्धि धन, धान्य, सोना, चाँदी, मूँगा, रत्नों से भरा परिवार है। इसलिए उनकी प्रसन्न्ता


22-Apr-2015
अद्यात्म

यज्ञ के प्रकार (अद्यात्म)

ंवेद एवं अन्य ग्रंथों में कई प्रकार के यज्ञ बताये गए हैं। अलग-अलग देवताओं के लिए अलग-अलग यज्ञ किये जाते हैं। वास्तव में यज्ञ देवताओं को प्रसन्न करने के लिए किया जाता है। अनेक प्रयोजनों के लिए, अनेक कामनाओं की पूर्ति के लिए, अनेक विधानों के साथ अनेक विशिष्ट यज्ञ भी किये जाते हैं। दशरथ ने पु


20-Apr-2015
अद्यात्म

श्री राम का कर्मक्षेत्र (अद्यात्म)

जो प्राप्ति, यानी कि राज्याभिषेक किसी भी व्यक्ति के जीवन की सर्वोत्तम उपलब्धि होती है, वही राम को बंधनकारी लग रही है। जंजीर, हथकड़ी, फिर चाहे वह सोने की ही क्यों न बनी हुई  हो, होती तो हथकड़ी ही है। राम राजसिंहासन को इसी रूप में देख रहे थेे। वे इसे इस रूप में ले रहे थे कि इसका अर्थ होगा जीवन


16-Apr-2015
अद्यात्म

आप के दान की सफलता (अद्यात्म)

कवि रहीम प्रातः उठकर, नित्यकार्यों से निवृत्त होकर अपने घर के बाहर दान देने के लिये बैठ जाते थे। याचक आते और ले जाते। आते जाते लोग देखते कि रहिम दान भी देते हैं और देते समय अपनी नजरें झुका लेते हैं। वह धर्म संस्कृति का समन्वय काल था। गोस्वामी तुलसी दास जी भी थे। किसी ने तुलसीदास जी को पत्र लिख दि