08-Aug-2016
लेख

प्रार्थना (लेख)

सड़क पर कहीं सर्दी में ठिठुरते हुए एक निर्धन, दीन, वृद्ध के पास से एक व्यक्ति गुजर रहा था जिसने वृद्ध की सहायता के लिए अपनी जेबें टटोली, लेकिन कुछ हाथ नहीं आया। उस व्यक्ति ने प्रभु को पुकार कर प्रार्थना की। “प्रभो, सर्दी में ठिठुरते हुए इस गरीब बूढ़े को एकाध पैसा भी


07-Aug-2016
लेख

भोग की कामना के त्याग के लिए भगवान की शरण में (लेख)

चित्त जिसकी लालसा करता है उसे पाता है। जगत् में दो हैं- एक भोग पदार्थ और दूसरे भगवान्। चित्त भोग का चिन्तन करता है तो भोग मिलता है। भगवान् का चिन्तन करता है तो भगवान् मिलते हैं। चित्त भोग का या भगवान् का चिन्तन क्यों करता है? इसका उत्तर यह है कि शाश्वत सुख के लिये, अखण्


05-Aug-2016
लेख

सावधान होने से बेहतर है साहसी होना (लेख)

हम वही करना पसंद करते है जिसमे सफलता सुनिश्चित हो, हम मानते है कि जोखिम उठाना तो मूर्ख लोगों का काम है, हम हर नया काम हाथ में लेने से पूर्व कई बार सोचते है,यकीनन सोचना भी चाहिए परन्तु इतना भी ना सोचे की साहस का नष्ट ही हो जाये, हम ज्यादातर सावधान रहना पसंद करते है और छो


05-Aug-2016
लेख

श्री गणेशाय नमः (लेख)

किसी भी काम का शुभारंभ यानी गणपति की आराधना। इसीलिए आप शादी ब्याह के कार्ड पर इस मंत्र को देखते होंगे। यहीं वजह है कि मुहावरा यानी श्रीगणेश करना (किसी भी काम की शुरुआत करना) का जन्म इसी से हुआ। लिंगपुराण में भगवान शिव ने गणेश जी को कहा है कि गणेश तुम विघ्नविनाशक हो और त


04-Aug-2016
लेख

जब भगवान आदेश देते है तो शैतान को भी उस आदेश का पालन करना पडता है (लेख)

जिंदगी में तनाव बहुत सी बीमारियों को जन्म देता है। इससे लोग डिप्रेशन का शिकार हो जाते है। दिल कमजोर पड़ता है और स्ट्रोक का खतरा भी बना रहता है। इसके लिए आपकों अपनी दिनचर्या में कुछ बातों कों शामिल करना जरूरी है ताकि आप तनाव से बचें रहे।


04-Aug-2016
लेख

नकल की सजा (लेख)

चूड़ामणि नाम का एक भोलाभाला गरीब आदमी था जो खुद के लिए बड़ी मुश्किल से पेट भरने के लिए दो जून की रोटी जुटा पाता था। एक दिन चूड़ामणि ने विचार किया की उसे अब जंगल में जाकर तप करना चाहिए शायद उसकी भक्ति से प्रसन्न होकर भगवान उसे खूब सारा धन दे देंगें। वह घनघोर जगल में गया और


02-Aug-2016
लेख

अधर्म है आश्रित का त्याग (लेख)

महाराज युधिष्ठिर ने जब सुना कि श्रीकृष्ण ने अपनी लीला का संवरण कर लिया है और यादव परस्पर की कलह से ही नष्ट हो चुके है, तब उन्होंने अर्जुन के पौत्र परिक्षित का राजतिलक कर दिया। स्वयं सब वस्त्र एवं आभूषण उतार दिए। मौनव्रत लेकर केश खोले, वीर - सन्यास लेकर वे राजभवन से निकल


01-Aug-2016
लेख

ऊर्जा उत्पन्न करता है साहस (लेख)

परिस्थितियाँ किसी के भी साथ न तो सदा अनुकूल रहती है न प्रतिकूल और न ही किसी एक वर्ग या व्यक्ति के किए बनती है इसलिए सदा अनुकूलता की उम्मीद करना न केवल व्यर्थ है, बल्कि अनावश्यक, अनुचित व हानिकारक भी है। उचित ये होगा की आप परिस्थितियाँ किसी के भी साथ न तो सदा अनुकूल रहती


01-Aug-2016
लेख

बनाए मजबूत रिश्ता (लेख)

प्रपंच छोड़ें: प्रपंच बड़ा चटपटा शब्द है। लोग इसे चटखारे ले कर इस्तेमाल करते हैं। मसलन, बहू के भाई ने इंटरकास्ट मैरिज कर ली। बस फिर तो बहू का ससुराल के लोगों से नजरें मिलाना मुश्किल हो गयासासूमां अपने दिए संस्कारों की मिसाल देदे कर बहू के


27-Jul-2016
लेख

विज्ञान है वरदान (लेख)

विज्ञान वरदान इसलिये है क्योंकि इसनें ऐसी चीजों का आविष्कार किया है जिसने मानव जीवन को काफी हद तक सरल बना दिया है जैसे कि बिजली, मशीनों, इंजनों, यातायात के तेज साधन जैसे रेलगाड़ियों या विमानों, रेडियो, टेलीफोन, टेलीविजन, और कम्प्यूटर का आविष्कार। इन सब वस्तुओं ने मानव जी