अंधेपन का वरदान

Posted on 29-Jun-2016 12:35 PM




अंधी भजन लेखिका फैनी की आँखें जन्म से तो बहुत सुन्दर थीं, पर आँखों की बीमारी के कारण रोशनी चली गई। माँ ने बहुत इलाज करवाये पर सफलता नहीं मिली। निराशा छोड़कर माँ ने उसे बाइबिल याद करवा दी। फैनी धीरे-धीरे कविता बनाने लगी। एकान्त में चुपचाप बैठती, हवा का संगीत, पानी का कल-कल, पक्षियों का कलरव सुनती थी। निराशा दूर हुई। अंध विद्यालय में पढ़ी, अध्यापिका बनी और हजारों गीत (भजन) लिखे। अंधेपन को वरदान समझा और साहित्य जगत में अमर हो गई। अंधेपन के कारण उसको चित्त की एकाग्रता, अवसर , संवेदनशीलता आदि गुण मिले। अभाव को वरदान समझकर जीवन पथ पर अग्रसर होना ही सफलता की कुंजी है।


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