वर्तमान में जीएँ

Posted on 13-Jul-2016 12:34 PM




जिन्दगी कोई ड्रेस रिहर्सल नहीं है। हम किसी भी दर्शन में विश्वास करते हों, पर हमें जिंदगी का खेल खेलने का मौका केवल एक ही बार मिलता है। दाँव पर इतनी कीमती चीजें लगी होती हैं कि आप जिंदगी यूँ ही बरबाद नहीं कर सकते। दाँव पर आने वाली पीढ़ियों का भविष्य लगा होता है। हम कहाँ हैं और किस दौर में हैं? जवाब है कि इसी दौर में हैं, और यहीं हैं। इसलिए हम आज को बेहतर बनाएँ और इसका भरपूर आनंद लें। इसका यह मतलब

नहीं है कि हमें भविष्य के लिए कोई योजना नहीं बनानी चाहिए, बल्कि पैगाम यह है कि हमंे आगे की योजना बनाने की ही जरूरत है और अगर हम अपने ’आज का भरपूर इस्तेमाल खुशहाली के लिए कर रहे हैं, तो हम खुद-ब-खुद आने वाले बेहतर कल के लिए बीज बो रहे हैं। क्या हम मानते हैं? अगर हम अपने नजरिए को सकारात्मक बनाना चाहते हैं, तो टालमटोल की आदत छोड़ें, और तुरंत काम करो पर अमल करना सीखें।


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