सम्पादकीय 17 जुलाई

Posted on 17-Jul-2015 04:43 PM




बात अमेरिका के फिलेडेल्फिया राज्य की है, एक बार बहुत ही घनी रात में बहुत तेज बारिश हो रही थी, एक बुजुर्ग दम्पति बारिश में बचने के लिए किसी होटल में एक कमरा ढूँढ रहे थे, रात बहुत हो चुकी थी, और बाहर हालत कोई खास अच्छी नहीं थी।
ऐसे में वे एक होटल में जब गए, तो बूढे आदमी ने कहा, ’’क्या हमें एक कमरा मिल सकता हैं ? प्रबन्धन को उन्हें भीगा हुआ देख बुरा लगा। उसने कहा ’’माफ कीजिये, हमारे होटल में एक मीटिंग हैं। और सारे कमरे उस मीटिंग में आये लोगों ने ले लिए है,’’ पर मेनेजर ये भी जानता था कि आसपास कोई औेर होटल नहीं है। और इस समय इन्हें बाहर भेजना सुरक्षित नहीं होगा। उसने आग्रह किया कि वे लोग उसके अपने कमरे में ठहर जाए।
कमरा ज्यादा बड़ा तो नहीं है, पर आप लोग आराम से सुबह तक वहाँ रह सकते है। बूढे दम्पति को पहले थोड़ी झिझक हुई, पर जब नौजवान मेनेजर ने उनसे कहा कि आप मेरी चिंता मत कीजिये। में यहाँ ठीक हूँ। मुझे कोई दिक्कत नहीं होगी तो फिर वे मान गए और फिर उसने उन्हें अपना कमरा दे दिया।
जब सुबह हुई और जाते वक्त बूढे आदमी ने बिल की पेमेंट की तो उसने उस मेनेजर स कहा तुम इस छोटे से होटल को चलाते हो पर फिर भी तुमने इतनी उदारता दिखाई। हमारी खातिरदारी की और साथ ही खुशमिजाजी भी, तुम बहुत ही अच्छे इंसान हो। तुम्हे तो एक बहुत ही बड़े और आलीशान होटल का मेनेजर होना चाहिए.......शायद...... मैं तुम्हारे लिए ऐसा एक होटल बनवाऊं ?उनकी बातें सुनकर मेनेजर के चेहरे पर मुस्कराहट आ गयी फिर उसने उन दोनों को विदा किया।
इस बात को कुछ साल बीत गए। मेनेजर तो उस किस्से को भूल भी चुका था। फिर एक दिन उसे एक चिट्टी मिली। जिसमें उस रात का जिक्र था। उस बूढे दंपत्ति ने उस मेनेजर को न्यूयाॅर्क में आमंत्रित किया था। जब मेनेजर वहाँ गया और उन दोनों से फिर से मिला तो उसे बहुत ही खुशी हुई फिर उस मेनेजर को लेकर वो बूढे व्यक्ति एक बड़ी सी आलिशान बिल्डिंग के सामने ले गए जो अभी नयी नयी बनी थी और उससे कहा, ’’ये देखो, ये वो होटल है जो मैंने तुम्हारे लिए बनाया हैं।’’ मेनेजर हैरानी से उन्हें देखने लगा, और कहा ’’आप मजाक कर रहे है’’ ’’नहीं मैं मजाक नहीं कर रहा हूँ’’, उस व्यक्ति ने एक मुस्कान के साथ कहा।
वो होटल न्यूयाॅर्क का प्रसिद्ध वाल्डोर एस्टोरिया होटल था और वो व्यक्ति अपने समय के अमेरिका के सबसे अमीर लोगोें में से एक विलियम वल्डोर एस्टर थे। और वो मेनेजर जोर्ज सी बोल्ट थे जो उस आलिशान और दुनिया के सबसे बेहतरीन होटल में शुमार वाल्ंडोर एस्टोरिया होटल के पहले मेनेजर बनें।
कहानी का आशय सीधा सा है हमारी अच्छाई से दूसरों के साथ हमारा भी फायदा ही होता है और ये कहाँ तक ले जाए इसका अंदाज़ा भी हम नहीं लगा सकते। 


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