यकीन

Posted on 27-Jun-2016 11:55 AM




सरदार वल्लभभाई पटेल ने अपनी माँ से देश सेवा की आज्ञा माँगी। माँ ने कहा,’’ बहुत मुश्किल काम है बेटा-देश सेवा। गद्दी पर बैठना और हुकूमत चलाना आसान नहीं, उसमें झाडू-बुहारी से लेकर दुष्टों के संहार तक के दुष्कर कार्य करने पड़ते है। जिस दिन मुझे यह यकीन हो जायेगा कि तू भी कठिन से कठिन काम कर सकता है, उसी दिन आज्ञा दे दूंगी।’’ उनके पास ही दीपक जल रहा था, सरदार पटेल ने उस पर उंगली रख दी, हाथ जल गया। घाव हो गया, लेकिन पटेल ने उफ तक नहीं की। उसकी माँ ने हाथ हटाया और उन्हें छाती से लगाते हुए बोली- ’’बेटा! तू देश सेवा के लिए जा सकता है।’’


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