चमत्कारी होता है गाय के घी का उपयोग

Posted on 21-Jul-2016 01:40 PM




स्वास्थ्य व पर्यावरण सुरक्षा का अमोघ उपाय - गाय का घी देशी गाय का घी शारीरिक, मानसिक व बौद्धिक विकास एवं रोग-निवारण के साथ पर्यावरण-शुद्धि का एक महत्त्वपूर्ण साधन है।

इसके सेवन से -

1) बल, वीर्य व आयुष्य बढ़ता है, पित्त शांत होता है।

2) स्त्री एवं पुरुष संबंधी अनेक समस्याएँ भी दूर हो जाती है।

3) अम्लपित्त (एसिडिटी) व कब्जियत मिटती है।

4) एक गिलास दूध में एक चम्मच गोघृत और मिश्री मिलाकर पीने से शारीरिक, मानसिक व दिमागी कमजोरी दूर होती है।

5) युवावस्था दीर्घकाल तक रहती है। काली गाय के घी से वृद्ध व्यक्ति भी युवा समान हो जाता है।

6) गर्भवती माँ घी - सेवन करे तो गर्भस्थ शिशु बलवान, पुष्ट और बुद्धिमान बनता है।

7) गाय के घी का सेवन ह्रदय को मजबूत बनता है। यह कोलेस्ट्रोल को नहीं बढ़ाता। दही को मथनी से मथकर बनाये गये मक्खन से बना घी ह्रदयरोगों में भी लाभदायी है।

8) देशी गाय के घी में कैंसर से लड़ने व उसकी रोकथाम की आश्चर्यजनक क्षमता है।

ध्यान दें: घी के अति सेवन से अजीर्ण होता है। प्रतिदिन 10 से 15 ग्राम घी पर्याप्त है।


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