शुक्र ही एक ऐसा ग्रह है जो घड़ी की सुई की दिशा में घूमता है।चन्द्रमा का आयतन प्रशान्त महासागर के आयतन के बराबर है।सूर्य पृथ्वी से 330,330 गुना बड़ा है।अन्तरिक्ष में पृथ्वी की गति 660,000 मील प्रति घंटा है।शनि के वलय की परिधि 500,000 मील है ज
यदि आप तेज और विश्वसनीय इंटरनेट तक पहुंच बना पाते हैं तो यह आपके वेब के अनुभव को और रोमांचक बना देता है। वैसे भी आज की दुनिया में इंटरनेट सबसे जरूरी चीज बन चुकी है। ऐसे में यदि इंटरनेट की स्पीड तेज हो तो फिर क्या कहने। अधिकतर लोग हाईस्पीड इंटरनेट कनेक्शन लेकर भी कम स्पीड से परेशान रहते हैं।
आवश्यक सामग्री - 1. तिल - 500 ग्राम (4 कप) 2. गुड़ - 500 ग्राम ( बारीक कुटा हुआ 2 कप) 3. घी - 2 छोटे चम्मच विधि -तिल को अच्छी तरह साफ कर लीजिये। कढ़ाई लेकर गरम कीजिये, मध्यम आग पर, लगातार चमचे से चलाते हुये, तिल को हल्का भूरा होने तक भून लीजिये।
शनि ग्रह का घनत्व इतना कम है कि यदि काँच के किसी विशालाकार बर्तन में पानी भर कर शनि को उसमें डाला जाए तो वह उसमें तैरने लगेगा।वृहस्पति इतना बड़ा है कि शेष सभी ग्रहों को आपस में जोड़ दिया जाए तो भी वह संयुक्त ग्रह वृहस्पति से छोटा ही रहेगा।स्पेस शटल का मुख्य इंजिन क
हृदय हमारे शरीर का महत्वपूर्ण अंग है। हमारे शरीर में यह छाती के मध्य में, थोड़ी सी बाईं ओर स्थित होता है। हमारा दिन एक दिन में लगभग एक लाख बार धड़कता है, यानी हर मिनट में 60-90 बार। और यह हर धड़कन के साथ शरीर में रक्त को आगे धकेलता है। हृदय को पोषण एवं आॅक्सीजन रक्त के द्वारा मिलता है जो कोरोनरी
माउंट आबू राजस्थान का एकमात्र हिल स्टेशन है। समुद्र तल से 1220 मीटर की ऊँचाई पर स्थित माउंट आबू को राजस्थान का स्वर्ग भी माना जाता है। नीलगिरि की पहाडि़यों पर बसे माउंट आबू की भौगोलिक स्थित और वातावरण राजस्थान के अन्य शहरों से भिन्न व मनोरम है। यह स्थान राज्य के अन्य हिस्सों की तरह गर्म नहीं है।
अंतरराष्ट्रीय विकलांग दिवस 3 दिसम्बर को मनाया जाता है। यह दिवस शारीरिक रूप से अक्षम लोगों को देश की मुख्य धारा में लाने के लिए मनाया जाता है। वर्ष 2013 हेतु अन्तरराष्ट्रीय विकलांग दिवस का थीम- “बंधनों को तोड़ो, दरवाजों को खोलो- सभी का विकास समावेशी समाज में” था। अन्तरराष्ट्रीय विकलांग
रुद्राक्ष एक खास तरह के पेड़ का बीज है। ये पेड़ आमतौर पर पहाड़ी इलाकों में एक खास ऊंचाई पर, खासकर हिमालय और पश्चिमी घाट सहित कुछ और जगहों पर भी पाए जाते हैं। आज देश में बहुत कम रुद्राक्ष के पेड़ बचे हैं। आज ज्यादातर रुद्राक्ष नेपाल, बर्मा, थाईलैंड या इंडोनिशिया से लाए जाते हैं। रुद्राक्
1. ‘स्थन मूल्य प्रणाली’ और ‘दशमलव प्रणाली’ का विकास भारत में 100 बी.सी. में हुआ था। 2. विश्व का प्रथम ग्रेनाइट मंदिर तमिलनाडु के तंजौर में बृहदेश्वर मंदिर हैं। इस मंदिर के शिखर ग्रेनाइट के 80 टन के टुकड़ों से बने हैं। यह भव्य मंदिर राजाराज चोल के राज्य के दौरान केवल
कालबेलिया - नृत्य कालबेलिया राजस्थान की सपेरा जाति हैं। राजस्थान में जहां जहां सपेरा जातियां बसी हुई थी वहां वह शानदार डांस किया जाता था। धीरे-धीरे कालबेलिया ने अपनी पोशाक और नृत्य के अनूठे तरीके के कारण पहचान बना ली। आज विश्वभर में कालबेलिया के प्रसंशक हैं। न