15-Jun-2016
लेख

भारतीय संस्कृति और देवी गंगा (मां गंगा दशहरा पर विशेष) (लेख)

भारतीय जनमानस में गंगा स्नान का विशेष महत्व है। गंगा भारत की ही नहीं बल्कि विश्व की पवित्रतम नदी है। इस तथ्य को भारतीय तो मानते ही है, विदेशी विद्वान भी इसे स्वीकार करते है। जिस प्रकार संस्कृत भाषा को देववाणी कहा जाता है, उसी प्रकार गंगाजी को देवनदी कहा जाता है। प्रचलित


14-Jun-2016
लेख

लाभकारी है तरबूज की खेती (लेख)

लाभकारी है तरबूज की खेती   तरबूज की खेती शुरू करने के लिए यह सही समय है। किसान तरावट देने वाले तरबूज की खेती से अच्छी कमाई कर सकते हैं। गर्मियों में इसकी मांग भी ज्य़ादा रहती है जिससे किसा


12-Jun-2016
लेख

गुरु के जीवन में आने पर प्रेम जागेगा व श्रद्धा उत्पन्न होगी (लेख)

जब भी हम किसी को गुरु बनाने जाएंगे, हमारा मन हमें टोकेगा, रोकेगा और हो सकता है बाधा पहुंचाए, क्योंकि गुरु बनाते ही हम किसी के प्रति समर्पित हो जाते हैं। उसके शब्द हमारे शब्द बन जाते हैं। गुरु की हां और ना में हमारी भी स्वीकृति, अस्वीकृति जुड़ जाती है। यदि हम मन का कहना नहीं मानते तो वह अड़चनें पैदा


08-Jun-2016
लेख

जीवन का प्रतीक है-महासागर (लेख)

महासागर हमारी पृथ्वी पर न सिर्फ जीवन का प्रतीक है बल्कि पर्यावरण संतुलन में भी प्रमुख भूमिका अदा करता है। पृथ्वी पर जीवन का आरंभ महासागरों से माना जाता है। महासागरीय जल में ही पहली बार जीवन का अंकुर फूटा था। आज महासागर असीम जैव विविधता का भंडार है। हमारी पृथ्वी का लगभग 70 प्रतिशत भाग महासागरों से


04-Jun-2016
लेख

शब्द धन (लेख)

’शब्द’ ये शब्द ही तो हैं, जो हमें किसी के भी पास कर सकते हैं और चाहे तो किसी से भी दूर। इन शब्दों में बड़ी ताकत है। ये किसी के मन को शीतलता प्रदान कर सकते हैं, तो किसी के मन को भस्म तक कर सकते हैं। इस ’शब्द’ की व्याख्या करते हुए कबीर दास ने कहा है - ’शब्द’ शब्द


31-May-2016
लेख

आखिर क्यों होते है माला में 108 मोती (लेख)

आखिर क्यों होते है माला में 108 मोती पहला कारण है सूर्य की कलाए :-


07-Dec-2015
लेख

पुण्य के पहिय (लेख)

कोलकाता के एक सेठ जी के मन में आया, पैसा तो खूब है मेरे पास, ऐसी बिल्ंिडग बनाऊं वैसी आसपास कहीं न हो। बिल्ंिडग बनना हुआ प्रारम्भ, मंजिल पर मंजिल चढ़ती गई और भरपूर पैसा खर्च कर बन गया शानदार भवन। जो भी देखता, तारीफ करता सेठ जी से और इससे हुआ यह कि सेठ जी को बिल्डिंग की तारीफ सुनने का लग गया च


16-Oct-2015
लेख

बोझिल होती बच्चों की पढ़ाई (लेख)

आज अंधिकाश माताएं बच्चों को पढ़ाने या उनसे अंग्रेजी में बातें करने के लिए स्वयं स्पोकेन इंग्लिश की कक्षाएं या इसी तरह की अन्य कोई संस्था ज्वाइन कर बच्चों को पढ़ा सकने के काबिल बनने के लिए एक मोटी रकम हर महीनें खर्च करती है या फिर किसी ट्यूटर को तगड़ी फीस देकर रखा जाता है जो उनके बस्तें भर होम वर्


16-Oct-2015
लेख

शिष्य की असली कसौटी-अनंत प्रतिक्षा (लेख)

वर्षो तक शिष्य गुरू के पास रहेगा, उस क्षण की प्रतिक्षा चलेगीः कब गुरू पुकारे। उस क्षण के लिए धीरज रखेगा, जब गुरू पाएगा योग्य-कि अब गोपनीय तत्व कहे जा सकते है; तब तक गुरू की सेवा टहल करेगा। गायों को चरा लाएगा जंगल में, लकडियाँ काटेगा, घास काट कर ले आयेगा। पानी भरेगा। जो भी चलता है गुरूकुल में, उसम


11-Oct-2015
लेख

संघर्ष ही हमें मजबूत बनाता है (लेख)

कहा जाता है कि हरिद्वार की रेत में पड़ा हुआ पत्थर शिवलिंग की तरह होता है। क्या आपने कभी सोचा है कि ऐसा क्यों होता है। ऐसा इसलिए होता है क्योंकि गंगा नदी ऊपर पहाड़ पर सेे बहती हुई हरिद्वार में आकर मैदान पर बहना शुरू करती है। इस नदी के साथ पहाड़ के टुकड़े बह-बहकर आते रहते हैं। ये टुकड़े नदी के तल स