फूड पिरामिड

Posted on 17-Jul-2016 12:28 PM




पिरामिड नीचे से बड़ा होता है और ऊपर जाकर संकरा होता है। हमारा खाना भी इसी आधार पर होना चाहिए। खाने के पिरामिड के सबसे नीचे वाले बड़े हिस्से में तरल पदार्थ आते हैं, इसलिए खाने का बड़ा हिस्सा तरल पदार्थ का होना चाहिए। उसके ऊपर कार्बोहाइडेट्स आते हैं। मसलन चपाती, चावल, नूडल्स आदि। इतनी ही मात्रा चपातियों की होनी चाहिए। फूड पिरामिड के और ऊपर के (छोटे) हिस्से में फल और सब्जियाँ आती हैं। पूरे दिन में तीन- चार बार हमें फल और सब्जियाँ लेनी चाहिए। इसके ऊपर पिरामिड और छोटा होता जाता है, जिसमें प्रोटीन आता है । इसका मतलब यह है कि हमें पूरे दिन में दो - तीन कटोरी दाल लेनी चाहिए। पिरामिड का जो छोटा ऊपरी हिस्सा बचता है, उसमें हैं मिल्क प्राॅडक्ट्स। पूरे दिन में एक गिलास दूध और थोड़ा दही या छाछ, पनीर लेने चाहिए। आखिरी छोटे हिस्से में घी, तेल और मिठाई आते हैं। दिनभर में एक सामान्य शख्स के लिए तीन छोटे चम्मच तेल या घी काफी है। इसके अलावा पूरे दिन में एक छोटा चम्मच नमक काफी है। पूरे दिन में तीन चम्मच शुगर से ज्यादा नहीं लेना चाहिए।


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