आहार संबधी निर्देश

Posted on 26-Aug-2015 01:46 PM




आहार संबधी निर्देश

1.    पोषण की दृष्टि से विभिन्नप्रकार के खाद्य - पदार्थो में से बुद्धिमता पूर्ण चयन करके पर्याप्त आहार खाना चाहिए।
2.    गर्भवती तथा पयस्विनी माताओं का अतिरिक्त भोजन तथा विशेष देखभाल करने की आवश्यकता होती है। 
3.    शिशु को प्रथम 4-6 महीनों मे केवल स्तन्य आहार ही करवाना चाहिये। बच्चे को दो वर्ष की आयु तक स्तन्य आहार जारी रखा जा सकता है। 
4.    4 - 6 माह की आयु होते - होते शिशुओं को संपूरक खाद्य पदार्थ खिलाना प्रांरभ करना चाहिए। 
5.    स्वस्थ और अस्वस्थ, दोनो ही स्थितियों में बालकों और किशोरों को पर्याप्त मात्रा में समुचित भोजन करना चाहिये।
6.    हरी, पत्तीदार शाक - सब्जियों तथा अन्य फल और तरकारियों को भरपूर मात्रा में उपयोग करना चाहिये। 
7.    पाक - तैलों तथा सामिश खाद्य पदार्थो  को निंयत्रित ( और संयमित ) मात्रा में तथा वनस्पति/घी/ मक्खन को केवल अल्प मत्रा मे उपयोग करना चाहिये।
8.    शारीरिक  अति - भार तथा मोटापे को रोकने के लिये अतिभोजन करने से बचना चाहिये। वाँछनीय शारीरिक भार बनाये रखने के लिये शरीर को सही ढंग से सक्रिय रखना चाहिये। 
9.    नमक का उपयोग संयम के साथ करना चाहिये।
10.    खाये गये सभी खाद्य पदार्थः पूर्णत स्वच्छ तथा निरापाद होने चाहिये।
11.    स्वास्थ्यकर तथा सुस्पष्ट आहारी संकल्पनाएँ तथा पाक - क्रियाएँ अपनायी जानी चाहिये।
12.    पर्याप्त मात्रा मे पानी पीना चाहिये तथा मादक पेय केवल संयमित मात्रा में ही सेवन करें।
13.    संसाधित तथा बने - बनाये खाद्य पदार्थ विवेक - सम्मत ढंग से उपयोग किये जाने चाहिये। 
शक्कर का उपयोग केवल अल्प मात्रा में ही किया जाना चाहिये।
14.    सदैव चुस्त - दुरूस्त तथा सक्रिय बने रहने के लिये वयोवृद्धजन को प्रचुर पोशक तत्वों वाला आहार करना चाहिये।


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