सामान्य दस्त लगने पर करें ये उपचार

Posted on 03-Aug-2016 11:49 AM




सबसे पहले रोगी के दस्तों को देखकर उचित घरेलू दवा देने की व्यवस्था करें। उसे साबूदाना तथा बार्ली दें। अनार का रस, मौसमी का रस और नीबू-पानी बार-बार दें। अतिसार में पिण्ड खजूर बहुत लाभदायक है। दस्त लगते ही 6-7 खजूर खा लें। पानी एक घंटा बाद पीएं। 10 ग्राम कवाब चीनी का चूर्ण और 3 रत्ती अफीम -दोनों को घोटकर 1-1 रत्ती की गोलियाँ बना लें। दो गोली सुबह और दो गोली शाम को पानरी के साथ सेवन करें। नीम के कोमल पत्ते छः और बबूल की थोड़े-सी कलियाँ -दोनों को लेकर पीस डालें। यह चटनी दिनभर में दो बार शहद के साथ चाटें। यदि बच्चों को दस्त हो जाएँ तो पानी में जायफल घिसकर थोड़ी-थोड़ी देर बाद चटाएं। दस्त रुक जाएँगे। नाभि पर रूई के फाहे से बरगद का दूध लगाएँ। सफेद राल 4 ग्राम तथा मिश्री 8 ग्राम -दोनों को महीन पीस लें। 6 ग्राम चूर्ण दही के साथ सेवन करें। बच्चों को दस्त लगने पर यह चूर्ण 4 रत्ती की मात्रा में मां के दूध में मिलाकर दें। यदि दस्त न रुकते हों तो थोड़ी-सी पिसी हुई हल्दी तवे पर भून लें। फिर उसमें थोड़ा-सा काला नमक मिलाएँ। बड़ों को एक चम्मच और बच्चों को आधा चम्मच की मात्रा में ठेडे पानी के साथ 3-3 घंटे बाद दें। कच्चे बेल को आग में भूनकर उसका गूदा रोगी को खिलाएँ। दस्त तुरंत रुक जाएँगे। अर्क विसूचिकान्तक रस 5 बूंदें पानी में मिलाकर दें। आम की गुठली की गिरी का चूर्ण 10 ग्राम की मात्रा में दही के साथ खिलाने से अतिसार रुक जाता है। कच्चा आँवला पीसकर नाभि पर लेप करें। जामुन एवं आम की गुठली की गिरी का चूर्ण बनाकर उसमें भुनी हुई एक हरड़ का चूर्ण मिला लें। इसे 2-2 घंटे के बाद आधे चम्मच की मात्रा में सेवन करें। थोड़ी-सी सौंफ को तवे पर भून लें। फिर उसमें उतनी ही मात्रा में कच्ची सौंफ मिलाएँ। इसमें से दो चम्मच चूर्ण मट्ठे के साथ 2-2 घंटे बाद दें। यदि भोजन ठीक से न पचने के कारण दस्त लग गए हों तो कालीमिर्च, सेंधा नमक, अजवायन, सूखा पुदीना और इलायची-सब समान मात्रा में लेकर पीस डालें। भोजन के बाद एक चम्मच चूर्ण पानी से लें। बथुए के पत्तों को पानी में उबालें। अब एक कप उस पानी में शक्कर मिलाकर पी जाएं। दस्त रुक जाएंगे। मीठे दही में दो चम्मच इसबगोल की भूसी डालकर दिनभर में तीन बार सेवन करें। लालमिर्च, हींग तथा कपूर - तीनों बराबर की मात्रा में पीसकर 1-1 रत्ती की गोलियाँ बना लें। दस्त तथा मरोड़ में रोगी को एक-एक गोली दिन में तीन बार दें। यदि गर्मी के कारण दस्त लग गए हों तो मक्खन निकले दूध का मट्ठा एक गिलास लें। फिर उसमें आधा ग्राम फिटकरी का फूला मिलाकर पी जाएँ। अनार की छाल का चूर्ण 100 ग्राम तथा जीरा 50 ग्राम -देनों को पीसकर चूर्ण बना लें। एक-एक चम्मच चूर्ण दिन में तीन-चार बाल लें। 2 ग्राम जावित्री को छाछ के साथ खाने से दस्त रुक जाते हैं।


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