फोन से होगी मिर्गी रोगियों की देखरेख

Posted on 18-Apr-2015 10:12 AM




देश के दूर-दराज इलाकों से राजधानी स्थित एम्स में इलाज के लिए आने वाले मिर्गी रोगियों के बीच सफर में हीे दौरे का शिकार होने की घटनाओं को देखते हुए एम्स ने टेलीफोन के जरिए इस तरह के रोगियों की आगे देखरेख की सुविधा शुरू करने का निर्णय लिया है।
एम्स के न्यूरोलाॅजी विभाग द्वारा किए गए अध्ययन में पाया गया कि कई रोगियों को संबंधित डाॅक्टर से फोन पर परामर्श प्रदान कर राहत पहुँचाई जा सकती है और उन्हें लंबी दूरी की यात्रा के तनाव से मुक्ति दी जा सकती है। एम्स के न्यूरोलाॅजी विभाग की प्रोफेसर ममता भूषण सिंह ने कहा कि रोगियों में अधिकांश बिहार या उत्तर प्रदेश के होते हैं। ये रोगी दवा लेने के दौरान तो महीनों तक दौरे का शिकार नहीं होते, लेकिन भीड़ भरे अनारक्षित रेल डिब्बे में बैठकर आते हुए न सो पाने के कारण कुछ रोगियों को ट्रेन में दौरे पड़ने लगते हैं।

उन्होंने आगे कहा कि टेलीफोन से उपचार संबंधी परामर्श प्रदान कर न केवल उनका पैसा बचेगा, बल्कि समय भी जाया नहीं होगा। इस संबंध में एक अध्ययन अनियमित तरीके से चुने गए 450 रोगियों पर किया गया,  जिनकी देखरेख फोन के जरिए की गई। उनसे यह पूछा गया कि क्या वे खुश और संतुष्ट हैं। फोन पर इलाज परामर्श से वे खुश थे।गए 450 रोगियों पर किया गया,  जिनकी देखरेख फोन के जरिए की गई। उनसे यह पूछा गया कि क्या वे खुश और संतुष्ट हैं। फोन पर इलाज परामर्श से वे खुश थे।सिंह ने कहा कि भारत में मिर्गी के करीब 12 प्रतिशत रोगी हैं। ग्रामीण इलाकों में डाॅक्टरों की अधिक जरूरत है। चिकित्सा शिक्षक और स्वयंसेवियों की भी जरूरत है जो स्वास्थ्य की स्थिति के बारे में जागरूकता पैदा करने में मदद कर सकते हैं।


Leave a Comment:

Login to write comments.