चाणक्य नीति - स्व पूछताछ

Posted on 07-Dec-2015 04:56 PM




आईये, जरा सोंचे हम कितने आदमी कितनी अधिक आधारभूत सुविधाओं से वंचित हैं, और हम उस लाईन में कहाँ खड़े हैं ?

  • क्या मैं स्वस्थ रहने के लिए अहर्निश प्रयास कर रहा हूँ
  • क्या मेरा जीवन सेवा परायण है ? क्या मैं संयम एवं सादगी का जीवन बिता रहा हूँ ?
  • क्या मेरा जीवन साधनामय है ? क्या मेरा व्यवहार दूसरों के लिए प्रेरणास्पद है ? क्या मेरी जीवन पोथी दूसरों के लिए खुली-पुस्तक हैं ?
  • क्या मैं संस्था एवं समाज के हित का ध्यान रख रहा हूँ?
  • क्या मेरे जीवन सें लोक हित, लोक कल्याण और लोक संग्रह की प्रेरणा मिलती है ?
  • क्या मैं जो बोल रहा हूँ उस पर अमल करता हूँ ? क्या मेरी बात पर जन-मानस का विकास टिकता है ?
  • क्या मैं प्रतिदिन प्रभु-स्मरण करता हूँ ? क्या मैं अपने स्वास्थ्य के प्रति जागरूक हूँ ? कहा भी है, स्वस्थ रहना परमात्मा की प्राप्ति की पहली सीढ़ी है।
  • क्या मैं सिद्धान्तों की लड़ाई में सफल रहा हूँ ? क्या मेरा सत्य के प्रति दिनोदिन अनुराग बढ़ रहा है ? क्या मैं अपने साथियों के प्रति उदारता का व्यवहार कर रहा हूँ ?
  • क्या मैं स्वस्थ चिन्तन करता हूँ ? अपने स्वास्थ्य सुधार के साथ-साथ क्या मैं स्वस्थ समाज के निर्माण में अपनी सार्थक भूमिका का निर्वाह कर रहा हूँ ?
  • क्या मैं प्रतिदिन अपना सुधार कर हा हूँ ? अपनी कमजोरियों पर काबू पाना ही अपना सुधार है।
  • अपने आप से पूछा कि तूँ अपने दोस्तों में प्रिय क्यों नहीं है ? उन्हें अपने कार्यो से जोड़ने में सफलता क्यों नहीं पा रहा है ?

 


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