करें खुद से प्यार

Posted on 24-Jan-2016 09:40 AM




अगर आप आज खुद को प्यार करना नहीं सीखना चाहते, तो कल आप अपना इच्छित पा भी लें, तो भी आप अपने को प्यार नहीं कर पाएंगे। जो बहाने आज हैं, वे कल भी रहेंगे। आज ही तो वह दिन है, जब आप खुद से बिना किसी अपेक्षा के प्यार करना सीखिए। जिसने हमें दुख पहुंचाया उसे माफ करना चुनकर हम अपने घावों के भरने की प्रक्रिया शुरू कर सकते हैं। जो कुछ है, उसके लिए कृतज्ञ होना चुन सकते हैं। यह विकल्प हमारे अंदर ही छिपा है। तो चलिए अभी से प्यार को चुनते हैं। क्योंकि आप जैसा शानदार दूसरा कोई कहां है। इस तरह सोचिए कि उस समय जो सबसे अच्छा कर सकते थे, वह किया। अब जितना कुछ जीवन आप को दे रहा है, उसमें आप सर्वोत्तम ढंग से स्वयं को स्वस्थ और पोषित कर रहे हैं। उत्तम स्वास्थ्य के लिए इसे जो चाहिए, वह दे रहे हैं। आपका शरीर आपका मित्र है। जीवन सुंदर है और आपको इसमें भरपूर आनंद आ रहा है। होना चुन सकते हैं। यह विकल्प हमारे अंदर ही छिपा है। तो चलिए अभी से प्यार को चुनते हैं। क्योंकि आप जैसा शानदार दूसरा कोई कहां है। इस तरह सोचिए कि उस समय जो सबसे अच्छा कर सकते थे, वह किया। अब जितना कुछ जीवन आप को दे रहा है, उसमें आप सर्वोत्तम ढंग से स्वयं को स्वस्थ और पोषित कर रहे हैं। उत्तम स्वास्थ्य के लिए इसे जो चाहिए, वह दे रहे हैं। आपका शरीर आपका मित्र है। जीवन सुंदर है और आपको इसमें भरपूर आनंद आ रहा है।
रोज खुद से यह जरूर कहें
मुझे मेरे शरीर से प्यार है।
मेरे शरीर को स्वस्थ रहना अच्छा लगता है।मेरा दिल प्यार का मंदिर है।
मेरे खून में जिंदगी और रवानगी है।
मेरी नजर में प्यार है।
मैं करूणा लेकर सुनता/सुनती हूं।
मैं सरलता से चल-फिर सकता/सकती हूं।
मेरे पेर जिंदगी की धुन पर नाचते हैं।
मैं अपने भोजन में प्रेम भी मिलाता/मिलाती हूं।
मेरा पसंदीदा पेय पानी है।
मुझे पता है कि अपनी देखरेख कैसे की जाती है।
मैं इतना स्वस्थ कभी नहीं रहा/रही।
अपने गरिमापूर्ण शरीर की मैं प्रशंसा करता/करती हूं।
मैं स्वस्थ हूं, घाव भर गए हैं और मैं संपूर्ण हूं।


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