नकारात्मकता से दूर रहें

Posted on 09-Aug-2016 10:41 AM




यदि आफिस में कोई कामचोर हो तो दूसरों को उसकी देखा देखी उसके प्रभाव में नहीं आना चाहिए। संस्थान में काम करने वाले हर व्यक्ति को अपनी अपनी जिम्मेदारी निभानी चाहिए। इस बात के मायने नहीं होते कि बाहर क्या हो रहा है या बाहरी स्थितियों का कार्यक्षमता पर कोई नकारात्मक असर नहीं होना चाहिए। संस्थान में हर व्यक्ति को अपनी कार्य संस्कृति को इस तरह निर्धारित करना चाहिए कि उसकी कार्यक्षमता पर किसी निकम्मे या कामचोर व्यक्ति का असर नहीं होना चाहिए। उसके आगे बढ़ने के जज्बे और काम के जोश में कोई बुरा असर नहीं पड़ना चाहिए। एक ईमानदार कार्यकर्मी के रूप में खुद को डवलप करने के लिए सारी चीजें इस बात पर निर्भर करती हैं कि आप चीजों को किस तरह के आइने में देखते हैं। इस बात में कोई दो राय नहीं है कि मानवीय प्रवृति में एक खास बात होती है कि वह नकारात्मकता से तुरंत प्रभावित होती है। नेगेटिव कमेंट्स, बयान और क्रियाकलाप और गतिविधियाँ किसी के भी दिमाग पर जल्दी असर डालती हैं। नकारात्मकता में गजब की ऊर्जा होती है। रचनात्मकता और कार्य के प्रति समर्पण को वह जल्दी प्रभावित कर सकती है। लेकिन इस चीज का आपको चयन करना है कि क्या आप अपने आसपास बैठे ऐसे कामचोर सहकर्मी का अनुसरण करना चाहेंगे या उसकी बातों में न आकर अपना रास्ता और अपनी कार्य संस्कृति पर इसका बुरा असर नहीं पड़ने देंगे। किसी संस्थान में काम करने का सही मतलब समझते हुए अपने काम को ईमानदारी से करेंगे। यह जानते हुए कि यह संस्थान आपको प्रतिमाह आपके कार्य के बदले में एक रकम देता है। इसलिए यदि आप अपने कार्य के प्रति कोताही बरततें हैं तो कार्य की बात बाद में है पहले आप अपने आप के साथ ही बेईमानी करते हैं। इसलिए अपने आप के प्रति ईमानदार रहना आपकी पहली जिम्मेदारी है और यह आपका पहला कर्तव्य है कि प्रोफेशनल लाइफ में आप अपने आपको ऐसा न बना ले कि कोई भी आप पर हावी होकर आपको अपने लक्ष्य से भटकने के लिए बहका ले। इस तरह की नकारात्मक छवि वाले लोग हमारे इर्द-गिर्द हर संस्थान में मौजूद होते हैं। हमें उनके प्रभाव से खुद को बचाकर रखना चाहिए। यदि ऐसा हो कि स्थिति ऐसी बन जाए कि आपके लिए अपने को उसके प्रभाव में आने से रोक पाना संभव ही न हो तो इसके लिए जरूरी है कि अपनी टीम को बदल लेना चाहिए या मैनेजमेंट से कहकर खुद को दूसरे विभाग में ट्रांसफर करवा लेना चाहिए हैं।


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