घुटनों के दर्द से छुटकारा पाएँ

Posted on 21-Jul-2015 02:40 PM




आज की जीवन शैली में सबसे खतरनाक व दुःख देेने वाला घुटने का दर्द है। जब यह दर्द होता है तो पैर न सीधे हो सकते हैं, न बैठ सकते हैं, न चल सकते हैं, न चढ़ सकते हैं।
कारण:-

  •  मोटापा, मधुमेह, कब्ज, आँव, गठिया जैसे खतरनाक रोगो का होना।
  •  क्षमता से अधिक पैदल चलना, साइकिल चलाना, दौड़ना, कूदना, वजन उठाना आदि।
  •  एक समय बस एक्सरसाइज, (व्यायाम) खेल, जिम आदि करके छोड़ देना।
  •  पोषण का अभाव।
  •  क्षमता से अधिक सहवास करना।
  •  लंबे समय तक बुखार, जुकाम का होना।
  •  अधिक शीत का अनुभव।
  •  अधिक गुटखा, जर्दा, गरिष्ठ व तले-भुने व्यंजन, बीड़ी, सिगरेट, चाय, काॅफी, मादक व मैदा युक्त पदार्थों का सेवन।
  •  यौगिक क्रियाओं (प्राणायाम, योग व हल्की एक्सरसाइज) का अभाव।
  •  इमली, आम, कैरी, अमचुर का अधिक प्रयोग।

उपचार:-

  •  एक दो दिन फल या जूस पर रहे फलों में उबला हुआ सेव, जूस में पाइनेपल, नाश़पती, जामफल (अमरूद) लेवें। आलू, गोभी, बैंगन, टमाटर, प्याज, अदरक, लहसुन, अजवायन, पोदीना, जामफल, लौंग आदि की सब्जी या चटनी का प्रयोग करें। 
  •  घुटने की नित्य मालिश करें व गर्म कपड़ा या मफलर को घुटने पर बांधे इससे बड़ा लाभ मिलता है। 
  •  मालिश के लिए तिल का तेल लेवें उसमें लौंग, अदरक, लहसुन, राई डालकर पकावें व उस तेल से मालिश करें। 
  •  अदरक का रस व प्याज का रस मिलाकर छुटने की मालिश करें।
  •  लहसुन, अदरक, प्याज का रस निकालकर जौ के आटे में मिलाकर गर्म करके घुटने पर लगावें। आक के पत्ते 5, कनेर के पत्ते 10, धतूरा पत्र 5, मैथी 5 ग्राम, सरसों 10 ग्राम या राई 10 ग्राम, अरण्ड के पत्ते 5 को कूटकर काली मिट्टी में मिला लें फिर गर्म करके सेक करें फिर घुटने पर बाँध देवें। चमत्कारी लाभ मिलता है।
  •  मालिश करके लालबत्ती का सेक देकर-ऊपर से तौलिया या मफलर बाँधना बड़ा लाभकारी है। 
  •  मालिश करके लोकल भाप (भाप में अरण्ड के पत्ते डालकर) देवें।
  •  हल्दी का हलवा अति लाभकारी है। गर्म तेल 50 ग्राम में हल्दी डालकर पकावें फिर थोड़ा सा गुड़, नमक, नीबू डालकर तैयार करके लगाने से अति लाभकारी है।
  •  सलाद (अुंकुरित मूंग , मैथी व सोयाबीन) तथा सूप (मैथी-पालक) सहजना की पत्ती व फली की सब्जी का प्रयोग करें। 
  •  सुबह डेढ़ चम्मच मैथी को उबालकर गुनगुने पानी में 2 चम्मच शहद डालकर पिएँ।
  •  सोंठ, काली मिर्च, पीपल (छोटी) समान मात्रा में लेकर गुनगुने पानी से सुबह-शाम लेवें। 
  •  असगंध का चूरण 5 ग्राम दूध के साथ लेवें और ऊपर से मौसम्मी छीलकर खावें। 
  •  दूध में सोंठ डालकर पीवें या दूध में सोंठ 5 ग्राम, दाख 8 या छुआरे या पिण्ड खजूर 3 डालकर पीवें। 
  •  दूध में पीपल (छोटी) डालकर पीना अति लाभकारी है।
  •  गरम पानी से पैर धोना फिर ठण्डे पानी से पैर धोना चमत्कारी क्रिया है।

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